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शराब माफिया ने पत्रकार को जान से मारने की दी धमकी

वरीय अधीक्षक को पत्रकार ने अपनी सुरक्षा के लिए दिया आवेदन

पटना । राजधानी पटना में शराब माफिया का तांडव जारी है।मामला उजागर होने पर लोकतंत्र के प्रहरी को भी नहीं बख्शा जा रहा हैं।सरकार की शराब नीति की खुलेआम अवहेलना किए जाने का मामला जिले में पत्रकारों के लिए जानलेवा बनाया जा रहा हैं।इस संबंध में पत्रकार शाहिर रहमान ने वरीय पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर जान-माल की सुरक्षा तथा लोकतंत्र के चौथे स्तंभ(प्रेस )पर हो रहे हमले ,धमकी पर अंकुश लगाने की मांग की है।पत्रकार ने अपने आवेदन में कहां है कि शराब माफिया पिंटू पासवान उर्फ नवाब रोहन निवासी कन्हौली थाना बिहटा क्षेत्र में अवैध रूप से शराब के कारोबार को उजागर करने पर उन्हें धमकी मिली है पत्रकार शाहिर रहमान ने वरीय पुलिस अधीक्षक को शराब माफिया पिंटू का नंबर भी उपलब्ध करवाया है जिससे लगातार धमकी मिल रही थी

इससे अंदाज़ा लगाया जा सकता है बिहार में ज़मीन पर रिपोर्टिंग करना कितना मुश्किल है. और अगर आप  बिहार जैसे राज्य में पत्रकारिता कर रहे हैं तो आप पर एक ही विकल्प है आप या तो इस खबर को छाप सकते हैं कि मंत्री जी ने आज कौन से शोरूम का फ़ीता काटा, या ये खबर छाप सकते हैं कि आज फलाने रोड पर ट्रक और ट्रोली में हुई टक्कर, पाँच घायल. इसके इतर, भू-माफिया, शराब माफिया पर आप एक खबर नहीं लिख सकते बिहार शराब माफियाओं के आतंक का अंदाजा सिर्फ इस बात से लगाया जा सकता है कि पुलिस भी अब उन्हें पकड़ने के लिए मिर्ची स्प्रे का इस्तेमाल करने की योजना पूर्व में बना चुकी है

शराब माफियाओं के आतंक का अंदाजा लगाया जा सकता है कि 20 मई को बेगुसराय जिले के बखरी पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले साखो गांव में एक 26 वर्षीय पत्रकार की उनके घर के सामने गोली मारकर हत्या कर दी गई. वही शराब माफियाओं के आतंक से पुलिस भी अछूती नहीं है जनवरी 2023 में मुजफ्फरपुर में शराब माफिया ने एक कॉन्स्टेबल दीपक कुमार को पीट-पीटकर मार डाला था अप्रैल 2023 में भी पुलिस पर हो चुका है जानलेवा हमला शराब तस्करी की सूचना पर मद्य निषेध विभाग की टीम पुलिस को लेकर पटना के बिहटा मूसेपुर गांव पहुंची थी. शराब तस्करी के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार कर जब अपने साथ ले जाने लगी तभी शराब माफिया के गुंडों ने छापेमार टीम की गाड़ी को चारों तरफ से घेर कर हमला बोल दिया और देखते-देखते रोड़े बाजी और पत्थरबाजी करना शुरू कर दिया बिहार के शराब माफियाओं से ना तो पुलिस सुरक्षित है और न पत्रकार आए दिन शराब माफिया अपने काले धंधे को चलाने के लिए किसी भी घटना को अंजाम देने से पीछे नहीं हटते हैं