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आयुष्मान भारत योजना में फर्जीवाड़ा करने वाले सिटी हॉस्पिटल संचालक दर्ज हुई, F,I,R

बिना इलाज के ही आयुष्मान भारत योजना की राशि हड़पने का षड्यंत्र करने वाले हॉस्पिटल संचालक पर हुई F,I,R

राजधानी भोपाल के एक निजी अस्पताल में बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ है। सिटी हॉस्पिटल ने बिना इलाज के ही मरीजों के नाम आयुष्मान भारत से राशि क्लेम की है। विभाग को शक हुआ तो मामले की जांच की और क्राइम ब्रांच में शिकायत की है।आयुष्मान भारत योजना में भोपाल में बड़ी गड़बड़ी का मामला सामने आया है। भोपाल के एमपी नगर 115 जोन 2 स्थित सिटी हॉस्पिटल के खिलाफ आयुष्मान योजना के तहत फर्जीवाड़े की शिकायत मिली थी शिकायत मिलने के बाद भोपाल क्राइम ब्रांच ने शिकायत को थाना एमपी नगर को भेज दिया था एमपी नगर थाने में सिटी हॉस्पिटल  के संचालक के खिलाफ मामला दर्ज कर प्रकरण में जांच शुरू कर दी है। एमपी नगर थाना पुलिस ने सिटी हॉस्पिटल में भर्ती उन सभी मरीजों का रेकॉर्ड मांगा है, जिनका इलाज आयुष्मान योजना के तहत होना बताया गया है।

26 मरीज के आयुष्मान योजना में लगाया  बिल 6 मरीज निकले फर्जी

शिकायत में यह जानकारी प्राप्त हुई है कि 26 मरीज अस्पताल में भर्ती बताकर आयुष्मान योजना के तहत का भुगतान लेने के लिए। बिल वाउचर लगाया गया था इसमें से 6 मरीज तो ऐसे हैं जो अस्पताल में भर्ती हुए ही नहीं हैं। उनके दस्तावेजों का इस्तेमाल कर अस्पताल ने योजना की राशि लेने का प्रयास किया था एमपी नगर थाना पुलिस यह जांच कर रही है कि आखिर कैसे कार्डधारियों के दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया है। इस बात का खुलासा आयुष्मान योजना की टीम की जांच रिपोर्ट में हुई है।

सिटी हॉस्पिटल के फर्जीवाड़े का ऐसे हुआ खुलासा

सिटी सिटी हॉस्पिटल के फर्जीवाड़े को कार्यपालक अधिकारी श्रीमती दिव्या पटेल आयुष्मान योजना कार्यालय ने ही पकड़ा घोटाला आयुष्मान योजना के अनुसार 25 /1/2023 को आयुष्मान योजना टीम द्वारा सिटी हॉस्पिटल का निरीक्षण किया गया था निरीक्षण के दौरान टीम को सिटी हॉस्पिटल में इस फर्जीवाड़े की जानकारी मिली थी अस्पताल की ओर से करीब डेढ़ हॉस्पिटल की तरफ जब कार्ड धारक मरीजों का डाटा भेजा गया, तब योजना का सुपरविजन कर रहे अधिकारियों को इस डाटा पर संदेह हुआ। उन्होंने अपने स्तर पर जांच की तो फर्जीवाड़े का खुलासा हो गया। एमपी नगर थाना पुलिस द्वारा यह भी जांच किया जा रहा है कि सिटी हॉस्पिटल संचालक द्वारा और कितने मरीजों का आयुष्मान योजना के तहत इलाज करके फर्जी भुगतान लिया गया है निजी अस्पतालों द्वारा आयुष्मान योजना की राशि हड़पने के लिए षड्यंत्र पूर्वक भुगतान लेने का यह पहला मामला नहीं है इससे पहले भी भोपाल के खजूरी रोड स्थित वैष्णव मल्टी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के खिलाफ आयुष्मान योजना के तहत फर्जीवाड़े की शिकायत मिलने के बाद भोपाल क्राइम ब्रांच ने अस्पताल के संचालक विवेक परिहार के खिलाफ मामला दर्ज किया था अखबारों में छपी खबरों की माने तो आयुष्मान योजना के तहत आयुष्मान भारत योजना से फर्जीवाड़े में मध्य प्रदेश के 620 निजी अस्पतालों में करोड़ों का घोटाला उजागर हुआ था करीब 120 करोड़ रुपए का यह घोटाला इंदौर, भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर समेत प्रदेश के कई नामी निजी अस्पतालों में सामने आया है। मामले में भोपाल और जबलपुर के कुछ अस्पतालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा तैयार कराई गई एक जांच में यह खुलासा हुआ है । वही कई बड़े अस्पतालों के लाइसेंस निरस्त किए गए थे लेकिन बताया जा रहा है कि मामला ठंडा होने के बाद कई निजी अस्पताल अभी भी संचालित हो रहे हैं