सरकार छोला मंदिर थाने से कर रही है सौतेला व्यवहार
राजधानी भोपाल में अधिकतर थाने को नया रूप रंग औरा आकार सरकार दे चुकी है लेकिन छोला मंदिर थाने से सरकार सौतेला व्यवहार कर रही है बरसों से छोला थाना दो तीन कमरों में चलाया जा रहा है ना तो यहां पर अपराधियों को रखने की ठीक-ठाक व्यवस्था है और न ही इस थाने में पदस्थ पुलिस कर्मचारियों के बैठने की थाना छोला के पुलिस कर्मचारी अक्षरा चाय की गुमटी ओपन पर बैठकर थाने का काम निपटाने नजर आते हैं जरा सी बरसात में छोले थाने के अंदर घुटने भर पानी भर जाता है जिससे छोला खाने में अफरा तफरी का माहौल मच गया है कोई पुलिस कर्मचारी अपराधियों की हिस्ट्री सवाल में जूता है तो कोई थाने में रखे जरूरी दस्तावेज यह नजारा छोले थाने का पहली बार नहीं है अक्सर थाने के अंदर पानी भर जाता है जिसकी समस्या वर्षों पुरानी है लेकिन शासन-प्रशासन इस थाने को दुरुस्त करने के बजाए इस और ध्यान देना भी उचित नहीं समझ रहे हैं जबकि यह क्षेत्र हर तरह के अपराधियों से गिरा हुआ है जिसे छोला पुलिस कर्मचारियों द्वारा अपराध मुक्त करने का प्रयास दिन रात किया जाता है लेकिन जब इन पुलिस कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है
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