साइबर क्राइम को रोकने के लिए छात्राओं से किया डीसीपी ने चर्चा
एडिटर इकबाल खान 7999986917भोपाल । भोपाल में पुलिस कमिश्नरी लागू होने के बाद पुलिस अपराध में कमी लाने के लिए नए-नए प्रयास कर रही है ऐसा ही एक मामला सामने आया जिसमें महिला अपराधों की रोकथाम एवं साइबर क्राइम की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों मार्गदर्शन में भोपाल पुलिस व चाईल्ड लाइन के अधिकारियों द्वारा आज दोपहर शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जहांगीराबाद में छात्राओं व स्कूल स्टाफ से संवाद कर जागरूक किया गया। कार्यक्रम में प्रमुख रुप से डीसीपी जोन 1 साईं कृष्णा थोटा एवं चाईल्ड लाइन डायरेक्टर श्रीमती अर्चना सहाय, प्राचार्या श्रीमती उषा खरे एवं जहांगीराबाद थाना प्रभारी वीरेंद्र सिंह चौहान व स्कूल स्टॉफ के साथ-साथ लगभग 150 छात्राएं मौजूद रही।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डीसीपी साईं कृष्णा ने बताया कि बदलते हुए आधुनिक समय मे अपराधी नए-नए तरीकों से अपराध कर रहे हैं, जिसके लिए हम सबको बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है। आज का युग डिजिटलीकरण हो गया है। हम सबके पास मोबाइल फोन, टेबलेट, लेपटॉप आदि इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है, जो हमारी जरूरत के साथ-साथ कभी-कभी हमारी बहुत बड़ी कमजोरी या परेशानी भी बन जाती है।
आज के समय मे सबसे ज्यादा ऑनलाइन फ्रॉड की घटनाएं हो रही है, इसलिए आप जब भी कोई सोशल मीडिया फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप, ट्विटर पर अकाउंट बनाये तो पासवर्ड डेथ ऑफ बर्थ, मोबाइल नम्बर आदि सरल पासवर्ड न डालें, बल्कि अल्फाबेट के साथ नम्बर व सिम्बूल आदि डाल सकते है, ताकि कोई भी साइबर हैकर या फ्रेंड्स आपका पासवर्ड नही चुरा सकता है। सोशल मीडिया पर अपनी पर्सनल फोटोज, डेटा आदि शेयर करने से बचें। ऑनलाइन शॉपिंग करते समय या मोबाइल से रूपये के लेनदेन करते समय भी बहुत सावधानी बरतें।
वर्तमान में फर्जी फेक फेसबुक आईडी वाली घटनाएं बहुत ज्यादा हो रही है, जिसमें किसी परिचित या फ्रेंड के नाम की साईबर ठग फर्जी आईडी बनाकर आप लोगों से फेसबुक मैसेंजर के माध्यम से बीमारी या अन्य कारण से रुपये की मांग कर सकते है। ऐसे समय मे हमें रुपये मांगने वाले व्यक्ति से हमें बगैर फोन करे रुपये नही डालना है, अन्यथा ठगी की घटना हो सकती है। प्रदेश में इस प्रकार की सैकड़ो घटनाएं हो चुकी है। इसलिए हमें मोबाइल फोन का उपयोग करते समय बहुत ही सावधानियां बरतना है और अपने आप को सुरक्षित रखना है।
चाईल्ड लाइन डायरेक्टर ने छात्राओं को बेड और गुड टच के बारे में दी समझाइए
कार्यक्रम में उपस्थित चाईल्ड लाइन डायरेक्टर श्रीमती अर्चना सहाय द्वारा संवाद कर छात्राओं को गुड टच, बेड टच के बारे में बताया गया एवं लेगिंग अपराधों के प्रति जागरूक किया गया एवं ऐसे अपराधों से बचाव एवं रोकथाम के उपाय बताकर जागरूक किया गया।
अपराध की अनदेखी से बढ़ती है समाज में आपराधिक घटना
श्रीमती सहाय ने कहा कि अगर कोई छात्रा या घर परिवार में कोई बालिका/महिला किसी भी तरीक़े के अपराधों से परेशान है तो वह पुलिस, ऊर्जा डेस्क या चाईल्ड लाइन में शिकायत कर सकती है। हम अगर किसी व्यक्ति की हरकतों या
अपराधों को अनदेखा करेंगे तो अपराधियों/असामाजिक तत्वों के हौसले और बढ़ेंगे। जबकि हम समय रहते उक्त व्यक्ति की शिकायत कर देते है तो हमें न्याय मिलने के साथ साथ सम्बंधित को अपराधी को उसके कृत्य की सजा भी मिल सकेगी।
कार्यक्रम के दौरान अधिकारियों द्वारा छात्राओं से साइबर फ्रॉड एवं जागरूकता के संबंध में विभिन्न सवाल जवाब किये गए, जिनका जवाब छात्राओं द्वारा बखूबी दिया गया एवं छात्राओं के सवालों व शंकाओं का जवाब अधिकारियों द्वारा बड़ी सहजता से देकर जागरूक किया गया एवं स्कूल स्टॉफ को भी साइबर फ्रॉड व लैंगिक अपराधों के प्रति जागरूक किया गया।
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