चेक पोस्ट प्रभारियों की अवैध वसूली से बढ़ रही है काला बाजार
बड़वानी । भारतवर्ष में कोरोना वायरस को लेकर अफरा तफरी मची हुई वही परिवहन विभाग अपनी जेब भरने में लगा हुआ है सेंधवा चेक पोस्ट पर अवैध वसूली की वीडियो वायरल होते ही परिवहन विभाग में हड़कंप मच गया था वहीं इस मामले को गंभीरता से ना देखते हुए ट्रांसपोर्ट कमिश्नर ने तत्काल चेकिंग के सभी चेक पोस्ट प्रभारियों को आदेश कर दिए आदेश में लॉक डाउन की परिस्थिति का हवाला दिया गया के मजदूरों को लाने ले जाने के नाम पर बस मालिक ढाई हजार से ₹3000 पर व्यक्ति वसूल रहे जिन पर कानूनी कार्रवाई भी हुई है लेकिन ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के आदेश के बाद से सेंधवा चेक पोस्ट को लेकर परिवहन विभाग में कानाफूसी चालू हो गई है लोग दबी जबान में यह चर्चा कर रहे हैं की कहीं ट्रांसपोर्ट कमिश्नर ने सेंधवा चेक पोस्ट के प्रभारी DP पटेल को बचाने के लिए तो नहीं आनन-फानन में आदेश जारी कर दिया सेंधवा चेक पोस्ट पर 4/5/2020 को अवैध वसूली की वीडियो और कुछ रसीदें सोशल मीडिया पर वायरल की गई थी सेंधवा चेक पोस्ट से आने जाने वाले वाहन चालकों से सेंधवा चेक पोस्ट पर अवैध वसूली के रूप में डेढ़ हजार से ₹2000 वसूले जा रहे हैं 4/5/ 2020 को सेंधवा चेक पोस्ट से रसीदे भी दीगई थी जिस पर राशि अंकित नहीं थी 4/5/2020 को वीडियो वायरल होता है और ट्रांसपोर्ट कमिश्नर व्ही , मधु कुमार 6/5/2020 को आदेश जारी करते हैं कि सभी चेक पोस्ट प्रभारी वाहनों को अच्छी तरह चेक करें और किसी तरह की भी लापरवाही एवं कमी पाई जाने पर उन पर कार्रवाई करें ट्रांसपोर्ट कमिश्नर का आदेश और सेंधवा चेक पोस्ट पर अवैध वसूली का वीडियो वायरल होना चर्चा का विषय बंता जा रहे हैं इस आदेश का संबंध सेंधवा बॉर्डर के प्रभारी DP पटेल को कहीं बचाने के लिए तो नहीं दिए गए हैं सेंधवा चेक पोस्ट प्रभारी परिवहन विभाग के आला अधिकारियों के चहिते माने जाते हैं जिससे उनका परिवहन में दबदबा भी बना हुआ है यदि ट्रांसपोर्ट कमिश्नर कोरोना जैसी गंभीर परिस्थिति में लोगों की भलाई के बारे में सोच रहे हैं तो समय-समय पर चेक पोस्ट पर तैनात अधिकारी एवं कर्मचारियों के कारनामों से क्यों अनजान है वाहन चालकों के लिए मध्य प्रदेश के चेक पोस्ट आने से पहले पसीने छूटने लगते हैं क्या पता इस चेक पोस्ट पर कितनी रकम चुकानी पड़ेगी और इस रकम को चुकाने के बावजूद ड्राइवरों को सिर्फ शुन्य राशि की रसीदें प्राप्त होती है चेक पोस्ट द्वारा दी गई रसीद भी अधिकारी को वापस कर के जाना पड़ता है परिवहन विभाग में हो रही रिश्वतखोरी एवं अवैध वसूली के कारनामे किसी से छुपे नहीं है परिवहन विभाग के कारनामों की लगातार कोई ना कोई समाचार पत्र खबरें प्रकाशित करता रहता है लेकिन परिवहन विभाग के आला अधिकारी कार्रवाई करने के बजाए मामले को दबाने के प्रयास में जुट जाते हैं
परिवहन कमिश्नर का कहना है वीडियो की जांच करवाई जाएगी
ट्रांसपोर्ट कमिश्नर V मधु कुमार इस मामले में जांच का हवाला देकर पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं अब देखना यह है कि क्या सचमुच जांच होती है या फिर सेंधवा चेक पोस्ट प्रभारी ऐसे ही अवैध वसूली कर के वाहन चालकों को प्रताड़ित करते रहेंगे
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