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महंत अयोध्या प्रसाद महाराज की आत्मशांति हेतु होगा विशाल भंडारा

पूज्य संत के गंगा भोज में पधारेंगी कई विशिष्ट हस्तियां, दस हज़ार साधु और लगभग पचास हजार भक्तगण


भोपाल । श्री हनुमानजी महाराज के अनन्य भक्त और प्रख्यात संत अयोध्या प्रसाद महाराज का बैकुंठ वास विगत 28 फरबरी को हो गया था, जिनके अंतिम संस्कार में हज़ारों शिष्य मौजूद थे । आजीवन सनातन संस्कृति व धार्मिक परंपराओं का ज्ञान अपने शिष्यों को देने वाले सिद्ध पुरुष महाराज की तेरहवीं पर विशाल भंडारा आयोजित किया जा रहा है, यह जानकारी मीडिया को दिवंगत महाराज के पुत्र और आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी वैराज्ञानंद महाराज से प्राप्त हुई । आपको बता दें कि वैराज्ञानंद महाराज को प्रदेश सहित देशभर में "मिर्ची बाबा" के नाम से जाना जाता है, प्रेस से फोन पर अनौपचारिक बातचीत के दौरान मिर्ची बाबा कई बार भावुक हो उठे । रुंधे गले से उन्होंने बताया कि पूज्य पिताश्री द्वारा दिये उच्च संस्कार व उनके ही बताए सदमार्ग पर चलने से आज समूचे देश मे उन्हें मान सम्मान मिलता है, इसके साथ ही वे बोले कि ऐसे देवतुल्य पिता की संतान के रूप में ईश्वर ने उन्हें जन्म दिया यह उनके लिए आजन्म सौभाग्य की बात है । सनद रहे कि कांग्रेस के धर्मगुरु और आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी वैराज्ञानंद गिरी महाराज "मिर्ची बाबा" के पिता संत अयोध्या प्रसाद महाराज हनुमानजी के परम उपासक थे, उनका देहावसान 28 फरबरी को तड़के उनके जन्मभूमि डांग बिरखड़ी में हो गया था । उनके देवलोकगमन की सूचना मिलते ही क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई थी और पार्थिव शरीर के अंतिम दर्शन हेतु सुदूर अंचलों से उनके शिष्यगण भी खासी तादाद में पहुंचे थे । दिनाँक 11 मार्च को उनकी तेरवीं तथा 12 मार्च को विशाल भंडारा ग्राम डांग बिरखडी, तहसील गोहद, जिला भींड में आयोजित होगा । संत शिरोमणि की आत्म शांति हेतु आयोजित भंडारे में समस्त शिष्यगणों, विशिष्ट जनों सहित संत समाज भी सम्मिलित रहेंगा ।