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भ्रष्टाचार उजागर करने के इनाम स्वरूप मिली मारपीट और धारा 353

दैनिक प्रदेश सत्ता समाचार पत्र के संपादक वाजिद खान के साथ भोपाल आर टी ओ कार्यालय के बाहर की मारपीट


रिश्वतखोर बाबू श्याम यादव व उनके भाई के विरुद्ध लगातार लिखने की मिली सज़ा


भोपाल । यदि आप पत्रकार हैं और विभागों में चल रही धांधलियों को उजागर कर रहे हैं तो सावधान हो जाइए विभागों में काम करने वाले अधिकारी कभी भी आप पर जानलेवा हमला कर सकते हैं, आपके हाथ पैर तोड़ सकते हैं इसके साथ ही आपका सर भी फोड़ सकते हैं । इसके अलावा भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा धारा 353 में आपके विरुद्ध कार्यवाही कर इनाम भी दिया जाएगा । जी हाँ, हम बात कर रहे हैं मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की जहां क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में पदस्थ श्याम यादव और उसके भाई (जो कि विभाग में पदस्थ नहीं है लेकिन शासकीय कर्मचारियों से ज्यादा ताकतवर है) द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी को उजागर कर रहे दैनिक प्रदेश सत्ता समाचार पत्र के संपादक वाजिद खान पर मंगलवार की सुबह आरटीओ कार्यालय के बाहर श्याम यादव व उसके भाई ने जमकर मारपीट कर दी । आरटीओ कार्यालय के बाहर चाय की दुकान पर काम पर पहले पत्रकार को भरसक पीटा गया, इसके बाद जान से मार देने की धमकी भी दी गयी । इसके बाद अधिमान्य पत्रकार वाजिद खान एमपी नगर थाना पहुंचे यहां उनके द्वारा की गई शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया गया, और ना ही उनकी सुनवाई करते हुए दोषियों के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज की गई । इसके कुछ समय बाद भोपाल आर टी ओ संजय तिवारी कार्यालय के सारे स्टाफ और  कर्मचारी  यूनियन के  नेताओं को  अपने साथ लेकर  एमपी नगर थाना पहुंचे । जहां कर्मचारी यूनियन के नेताओं ने  और आरटीओ में पदस्थ कर्मचारियों ने पुलिस पर दबाव बनाते हुए अधिमान्य पत्रकार वाजिद खान के विरुद्ध ही शासकीय कार्य में  बाधा डालने  का आरोप लगाते हुए धारा 353 में  एफ आई आर दर्ज करा दी । जबकि पहले से मौजूद फरियादी वाजिद खान पर एक तरफा कार्यवाही और सुनवाई ना होते देख वहां मौजूद पत्रकार बिफ़र गए इसके बाद थाना एमपी नगर में श्याम यादव और उसके भाई के विरुद्ध वाजिद खान की शिकायत पर नाकाफी मामूली धाराओं में मामला दर्ज किया गया है ।
इस पूरे प्रकरण की यदि पड़ताल की जाए तो कुछ तथ्य अभी भी या तो अनछुए हैं, या फिर उन्हें पुलिस प्रशासन द्वारा जानबूझकर विवेचना में सम्मिलित नहीं किया जा रहा है । शिकायत के अनुसार यदि पत्रकार वाजिद खान ने शासकीय कार्य में बाधा डालते हुए कोई दस्तावेज फाड़ने का प्रयास किया है तो, शासकीय कार्यालयों में लगे किसी ना किसी वीडियो कैमरे में यह कृत्य अवश्य रिकार्ड होगा जिसकी खोज की जाए । सूत्रों के अनुसार पत्रकार वाजिद खान के साथ आरटीओ कार्यालय के बाहर लगने वाली चाय की दुकान पर मारपीट हुई है जब श्याम यादव उसका भाई और पत्रकार वाजिद खान तीनों कार्यालय के बाहर थे मौजूद थे तो शासकीय दस्तावेज फाड़ने का प्रश्न ही नहीं बनता । पत्रकार वाजिद खान द्वारा उनके दैनिक समाचार पत्र प्रदेश सत्ता में भोपाल आरटीओ कार्यालय में चल रही धांधली और रिश्वतखोरी कारगुजारीओं के विरुद्ध लगातार खबरें प्रकाशित की जा रही है जिसका बदला लेते हुए पत्रकार के साथ मारपीट की गई है इस रिश्वतखोर बाबू के विरुद्ध छपी खबरों पर संज्ञान लेते हुए परिवहन विभाग बाबू श्याम यादव पर और उसके भाई पर क्या कार्यवाही करेंगे ?